B L Batra

बी एल. बत्रा - (एक व्यक्तित्व)

एडवोकेट बी. एल. बत्रा शहर की एक जानी-मानी हस्ती है जिन्हें हम उनके नाम से ज्यादा उनके काम से जानते हैं। अक्सर उन्हे सामाजिक कार्य करते हुए देखा जा सकता है इनके कार्यों को करने के लिये उन्हें मीडिया से सहयोग की भी आवश्यकता नही पडती है क्योकि अच्छे कार्यों के लिये वे एकला चलो वाली निति पर विश्वास करते हैं उनकी पूरी टीम दिन रात उनके साथ खडी रहती है। आइये जानते है उनसे जुडे कार्य जिनसे हम अभी तक रूबरू नही है-

बत्रा जी गाजियाबाद शहर के एक जाने माने अधिवक्ता है पिछले 37 सालो से वे विधि व्यवसाय में कार्यशील रहें हैं व इस क्षेत्र में भी उन्होने अनगिनत उपलब्धियां हासिल कर अपना नाम स्थापित किया है इस व्यवसाय को वह अपना धर्मक्षेत्र व कर्मक्षेत्र दोनो ही मानते रहें हैं।

अमित्र फाउंडेशन- अमित्र फाउंडेसन एडवोकेट बी. एल. बत्रा जी द्वारा स्थापित एक संस्था है जिसके संस्थापक व राष्ट्रिय अध्यक्ष जो कि पिछले 20 वर्ष से कार्य कर रही है संस्था का उददेश्य जन मानस की सेवा व विश्वस्तर पर शिक्षा का विस्तार करना है । फाउन्डेशन द्वारा जन सेवार्थ हेतू अनेक कार्य किये जाते हैं जैसे पौधारोपण, जल संरक्षण, बिजली बचाव के तरीके आदि। फाउंडेशन अपने साधनो से ही आर्थिक व्यवस्था करता है तथा मिडिया में बहुत ज्यादा अपने-आप को प्रदर्शित नही करता है जो वास्तविक उददेश्य है उसी पर ही ध्यान रखता है। बच्चो के कोमल मन को समझते हुए फाउंडेशन ने अनेक कार्यक्रम स्कूलो में लगातार चलाये है जिससे बच्चो की छोटी से छोटी समस्या का निदान कर पाये।

स्कूल कॉलेज में कार्य- हजारो छात्र-छात्राओं का शिक्षा स्तर सुधारने का कार्य किया है जो जारी है अनुभवी मनोचिकित्सक द्वारा बच्चो के मन को पढना, बच्चो का स्वास्थ्य सम्बंधी चैकअप रूटीन से कराना, बच्चो का मनोबल बढाने हेतू उन्हे प्रतियोगिताओ में भाग दिलाना, बच्चो का स्वंय की साफ-सफाई पर ध्यान दिया जाना, अपनी संस्कृति से जुड़ाव हेतू उनका मन संगीत, नृत्य आदि से जोडना, देशभक्ति व ज्ञान से जुडी फिल्मो का प्रसारण कर बच्चो को जागरूक करना, कमप्यूटर, पानी, बिजली, शौचालय व बच्चो के स्कूल में खेलने के मैदानो को इण्टरलाकिंग टाईल लगवाकर दुरूस्त करना, नाटय मंचन करना, खेलो से सम्बंधित सामग्री का स्कूलो में वितरण समर कैम्प, बैडमिंटन कोर्ट की स्थापना व संचालन बच्चो के लिये अनेक स्कूलो में कम्प्यूटर कक्षाओ का संचालन, अपने खर्चे से कराते हैं। शिक्षा की बेहतरी के लिये बाहर से भी मदद लेते हैं।

केवल गाजियाबाद ही नही- बी. एल. बत्रा जी ने ना सिर्फ अपने जिले में के कई प्राईमरी स्कूलो अपितू जिले से बाहर जैसे-हापुड, रामपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश के भी प्राईमरी स्कूलों में ऐसी व्यवस्थाये करने का प्रयास कर सफलता हासिल कर स्वंय भी सुखद संतोष कमाया है। पिछले 18 महीनो में सम्पूर्ण कोरोना काल में फाउन्डेशंस ने निष्पक्ष होकर जरूरतमंदो तक खाध सामग्री व अन्य सामान पहुचाने की मुहिमचलाई और मानव हित में अपना पूर्ण सहयोग दिया यह सभी कार्य आज भी अनवरत समाज हित में जारी हैं। अपने हर शुभ कार्य पर भण्डारा कराना जिसमें लगभग 1500 लोगो के लिये एक बार में भोजन की व्यवस्था करना रहता है।

पीपल फार एनिमल्सपीपल फार एनिमल्स - यह एक ऐसी संस्था है जो निरिह जीवो जानवरो के लिये कार्य करती है। जिस स्थिति में हम घाव से बदबू उठने वाले जीवो-कुत्ते, बिल्ली, बन्दर आदि को देखना भी पसन्द नही करते है, उस स्थिति में ये ऐसे जानवरो की सेवा करते है उनका ईलाज कराते हैं। संस्था द्वारा स्थापित जानवरो का हस्पताल भी दादरी के पास उंचापुर गांव में स्थित है। बी. एल. बत्रा जी पीपल फार एनिमल के 15 वर्षों से ट्रस्टी हैं।

कराटे वेलफेयर सोसाईटी में संरक्षक-बत्रा जी कराटे वेलफेयर सोसाईटी में संरक्षक है । वह बच्चो को इस आर्ट के प्रति जागरूक कराते हैं व उनका मनोबल बढा, अपनी सुरक्षा स्वंय करो, पर बल देते हैं, बच्चो की प्रतियोगितायें करा उनमें जीतने का हौसला जगाते हैं महामाया स्टेडियम गाजियाबाद व अमेटी यूनिवर्सिटि नोएडा में उन्होने इस प्रकार की अनेक प्रयोगिताओ का आयोजन कराया है।

गीतकार व गायक - बत्रा जी का लगाव आरम्भ से ही संगीत क्षेत्र से रहा है अपनी इस रूचि के चलते ही उन्होने एक प्रोडक्शन हाउस–“ए .विधा. के. आर. प्रोडक्शनसं की स्थापना की है जिसमें कई फिल्म व नाटको का प्रोडक्शन हो चुका है, जिसमें अभी तक विडियो सॉग के अलावा फिचर फिल्म “Wrongleela" जो कि OTT प्लेट फार्म Shameroome व Jio Cinema पर रिलिज हो चुकी है। शार्ट फिल्म “पगली" बन चुकी है व प्रसारित हो चुकी है, शार्ट फिल्म पगली को पूणे इन्टरनैशनल फिल्म फैस्टिवल में- “Best Story " एवार्ड व झारखण्ड फिल्म फैस्टिवल में “Excelent Film " एवार्ड से तथा कर्नाटक फिल्म फैस्टिवल से अवार्ड व दादा साहब फालके फिल्म फैस्टिवल से बेस्ट स्टोरी अवार्ड मिला। बत्रा जी द्वारा एक श्रंखला थियेटर की भी स्थापना की गई है जिसमें लगभग 150 लोग एकसाथ बैठकर किसी भी संगीत या नाटय प्रस्तुति का आनन्द ले सकते हैं। इसमें समय समय पर संगीत व नाटय क्षेत्र से जूडे भव्य आयोजन होते रहते हैं। बत्रा जी की कुछ रचनाये-"गीत-गजल" संकलन “पथिक" 2010 में प्रकाशित, पहली सी.डी. - आडियो 2015 मे." ये जो मौहब्बत है" वीनस कम्पनी मुम्बई से रिलिज, पहली विडियो सांग 2015 में ही वीनस से “ये जो मौहब्बत है" नामक एलबम से, लेटेस्ट विडियो एलबम-यू टयूब चैनल "Amitra" पर अनेक गीत लाखों दर्शको द्वारा देश व विदेश में देख व सुने जा रहें हैं। अभी हाल में प्रकाशित पुस्तक "किस्से कहानी किरदार" है जो कि सभी बुक प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। बी. एल. बत्रा जी फिल्म गीतकारो की संस्था सिने राईटर्स एसोसिएशन मुम्बई के सदस्य भी है तथा वैसटर्न फिल्म प्रोडयूसर्स एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य है तथा मुम्बई में कार्यालय भी है। एक और शार्ट फिल्म बूट पालिश शीघ्र ही रिलीज होने वाली है जिसमें मुख्य किरदार सरकारी स्कूल के दो बच्चो द्वारा निभाया गया है जिन्हें स्वय कोचिंग दी गई है।

अखिल भारतीय साहित्य परिषद-बी. एल. बत्रा जी अखिल भारतीय साहित्य परिषद गाजियाबाद इकाई के अध्यक्ष है यह एक अन्तराष्ट्रिय साहित्यक संस्था है। इस संस्था के तत्वाधान में समय समय पर शहर में व शहर से बाहर कवि सम्मेलन व काव्य गोष्ठी कराते रहते हैं। इस संस्था के कार्यक्रमो में राष्ट्रिय व अन्तराष्ट्रिय कवि-शायर शिरकत करते है।

गाजियाबाद बैडमिंटन एसोसिएशनं- बी. एल. बत्रा गाजियाबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं जिसके अर्न्तगत शहर में अक्सर बैडमिंटन टूर्नामेंट होते रहते हैं व खेलो को बढावा मिलता है यहां के अनेक खिलाडी देश-विदेश में खेल रहें हैं स्वयं भी अपनी उम्र के खिलाडियों में वर्ष 2021 व 2022 के जिला चैम्पियन हैं तथा स्टेट व नैशनल बैडमिंटन टूर्नामैंट भी खेलते रहते हैं।

वैस्टर्न यू.पी. टैक्सेशन बार-बी. एल. बत्रा वैस्टर्न यू.पी. टैक्सेशन बार के अध्यक्ष है जो कि टैक्सेशन क्षेत्र में वकालत कर रहे वरिष्ट वकीलो की 22 जिलो की संस्था है। बी. एल. बत्रा गाजियाबाद टैक्सेशन बार के अनेक बार अध्याक्ष व सचिव भी रहें है एंव वकीलो से मार्गदर्शन लिया भी व दिया भी है तथा नेतृत्व भी किया है। देश व विदेशो में अनेक विधिक सेमिनार में भाग लिया है व अपने विचार रखे है जैसे ताशकंद, लंदन, सिंगापुर, मलेशिया, दुबई आदि